5 मंजिला ईमारत गिरी , बचाव कार्य जारी
25.01.2023 लखनऊ में पांच मंजिला बिल्डिंग मंगलवार शाम गिर गई । जिसमे कई लोग अभी भी दबे हुए है मलबे में दबे लोग अपने परिजनों से फोन पर बात कर रहे है । कई लोगो को मलबे से रेस्क्यू टीम द्वारा बहार भी निकला गया है।
बुधवार सुबह तक छत काटकर 14 लोगों का रेस्क्यू किया गया है। बेसमेंट में 2-3 लोगों के अंदर फंसे होने की बात कही गई है। उनको पाइप से ऑक्सीजन सप्लाई दी जा रही है। उनसे मोबाइल पर संपर्क किया गया है। 15 घंटे से ज्यादा वक्त से रेस्क्यू चल रहा है।
DGP ने बताया, सपा सरकार में मंत्री रहे शाहिद मंजूर के बेटे नवाजिश की यह बिल्डिंग है, जिसे यजदान बिल्डर ने बनवाया है। इन्वेस्टिगेशन के आधार पर कार्यवाही करेंगे। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने मौके पर NDRF और SDRF को पहुंचने और घायलों को बेहतर से बेहतर उपचार देने का निर्देश दिया। सूचना मिलते ही डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक भी मौके पर पहुंच गए। बताया जा रहा है कि अलाया अपार्टमेंट में कांग्रेस नेता रहे जीशान हैदर का परिवार भी रहता है। उनके परिवार के कई सदस्य मलबे में फंसे हैं।
DGP डीएस चौहान रातभर खुद रेस्क्यू की मॉनिटरिंग की। उन्होंने बताया कि अब तक 3 फ्लोर की छत काटी जा चुकी है। चौथी फ्लोर को काटने का काम चल रहा है। अब तक कोई कैजुअल्टी नहीं हुई है। बता दें कि हजरतगंज स्थित पांच मंजिला अलाया अपार्टमेंट के बेसमेंट में खुदाई की वजह से मंगलवार शाम 6.30 बजे ढह गया था। तब से NDRF, SDRF और आर्मी लगी हुई है। SDRF के 100 से अधिक जवान रेस्क्यू में लगे हैं।
लखनऊ में सुबह से ही बूंदाबांदी हो रही है। तेज हवाओं के चलने और बूंदाबांदी से रेस्क्यू करने में दिक्कत आ रही है। 12 बजे तक रेस्क्यू पूरा होने की उम्मीद है। अभी तक ऊपर की तीन मंजिल के मलबे को हटाकर लोगों को बाहर निकाला गया है। रेस्क्यू टीम अब चौथी, पांचवी और फिर बेसमेंट के मलबे को हटाएगी।
DGP ने बताया कि अलाया अपार्टमेंट सपा विधायक और पूर्व मंत्री शाहिद मंजूर के बेटे नवाजिश का है। मेरठ पुलिस ने नवाजिश को देर रात हिरासत में ले लिया है। शाहिद मंजूर से भी पूछताछ की गई है। पुलिस नवाजिश को लेकर लखनऊ आ रही है।
अलाया अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 301 में रहने वाली रंजना अवस्थी और उनकी बेटी आलोका अवस्थी को रेस्क्यू किया गया है। दोनों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आलोका ने बताया कि पहली मंजिल में 101 नंबर का फ्लैट खाली था। 202 में शबाना का परिवार रहता था। नियमानुसार इमारत की तीन फ्लोर ही वैध थीं। जबकि चौथी मंजिल और पेंटहाउस गलत तरीके से बना था।
बिल्डिंग में 30-35 परिवार रह रहे थे
अलाया अपार्टमेंट करीब 15 साल पहले बनी थी। नगर निगम के अधिकारी ने बताया, सभी 10 फ्लैट का अलाया के नाम से ही असेसमेंट किया गया था। बिल्डिंग हादसे के बाद इसके दस्तावेज तलाशे तो पता चला कि यह अपार्टमेंट 5 मंजिल का बना था। पांचवी मंजिल पर पेंटहाउस, चौथी, तीसरी और दूसरी मंजिल पर 3-3 फ्लैट बनाए गए थे। इसमें 30-35 परिवार रह रहे थे।