अच्छे अंक के लिए नहीं बनाये दबाव :सी एम्
भेदभाव समाप्त करने के लिए बालिकाओ ने लिए निशुल्क शिक्षा स्कीम ; विभिन्न चरणों में मिलेगी धनराशि
1698 मेधावी विद्यार्थियों का सम्मान एवं टैबलेट वितरण कार्यक्रम
लखनऊ: 27 जनवरी, 2023 उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करना अच्छी बात है, लेकिन इसके लिए बच्चों को बाध्य नहीं किया जाना चाहिए। अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए उन पर दबाव नहीं बनाना चाहिए।
बच्चे अपने बौद्धिक एवं शारीरिक विकास तथा अपनी क्षमता के अनुरूप परिणाम देने में सक्षम हैं। इससे अतिरिक्त परिणाम देने के लिए उन पर दबाव बनाकर हम उनके साथ अन्याय करते हैं। अक्सर इससे बच्चे अवसाद में चले जाते हैं। अच्छा करने के लिए उनके मन में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का भाव उत्पन्न करना आवश्यक है। दबाव बनाकर या शाॅर्टकट का रास्ता अपनाकर बच्चों को सफलता की ओर अग्रसर करने का प्रयास उनके लिए घातक हो सकता है। अभिभावकों को बच्चों में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना के विकास के लिए कार्य करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने 05 विद्यार्थियों को प्रधानमंत्री द्वारा लिखित ‘एग्जाम वाॅरियर्स’ पुस्तक तथा 08 मेधावी विद्यार्थियों को 01 लाख रु0 का चेक, टैबलेट तथा सम्मान पत्र प्रदान किया
मुख्यमंत्री जी ने 05 विद्यार्थियों को प्रधानमंत्री जी द्वारा लिखित ‘एग्जाम वाॅरियर्स’ पुस्तक प्रदान की। उन्होंने 08 मेधावी विद्यार्थियों को 01 लाख रुपये का चेक, टैबलेट तथा सम्मान पत्र प्रदान किया। शिक्षा विभाग द्वारा लगाये गये विभिन्न स्टालों का अवलोकन भी किया।
माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा मेधावी छात्र-छात्राओं के सम्मान के लिए आयोजित कार्यक्रम में कुल 1698 छात्र-छात्राओं को आज सम्मानित किया ।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अक्सर बहुत सारे अभिभावक बालिकाओं के प्रति ध्यान नहीं देते हैं। प्रदेश सरकार ने उनकी पढ़ाई में किसी भी प्रकार के भेदभाव को समाप्त करने तथा बालिकाओं को तकनीकी रूप से सक्षम बनाने के लिए स्नातक तक की निःशुल्क शिक्षा की व्यवस्था लागू की है।
प्रदेश में मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना लागू की गयी है। इसके अन्तर्गत बेटी के जन्म से लेकर स्नातक तक की पढ़ाई के लिए अलग-अलग चरणों में धनराशि उपलब्ध करायी जाती है। प्रदेश सरकार ने तकनीकी रूप से सक्षम बनाने के लिए 02 करोड़ विद्यार्थियों को टैबलेट/स्मार्ट फोन वितरण के बड़े कार्यक्रम की शुरुआत की है। अब तक 20 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं को यह सुविधा उपलब्ध करायी जा चुकी है। यह देश मंे विद्यार्थियों को तकनीकी रूप से सक्षम बनाने की सबसे बड़ी प्रक्रिया है।
उन्होंने अधिकारियों को लक्ष्य दिया कि सभी शिक्षक एवं शिक्षा मित्र एक-एक घर में जाकर लोगों की काउंसिलिंग करते हुए हर बालक-बालिका को स्कूल आने के लिए प्रेरित करें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत पौने छः वर्षाें के दौरान प्रदेश सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में अनेक कदम उठाएं हैं। केन्द्र व राज्य सरकार मिलकर विभिन्न कार्यक्रमों को आगे बढ़ा रही है।
बेसिक शिक्षा परिषद के सभी स्कूलों में विद्यार्थियों को यूनीफाॅर्म, बैग, किताबें, जूते-मोजे तथा स्वेटर उपलब्ध कराया जा रहा है। वर्तमान में 01 करोड़ 91 लाख बच्चों को यह सुविधा डी0बी0टी0 के माध्यम से उपलब्ध करायी जा रही है।
विगत 05 वर्षाें के दौरान, कोरोना महामारी के बावजूद परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की संख्या में काफी बढ़ोत्तरी हुई है। बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में लगभग 60 लाख बच्चे बढ़े हैं। यह प्रसन्नता का विषय है।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव माध्यमिक एवं बेसिक शिक्षा श्री दीपक कुमार, लखनऊ की मण्डलायुक्त श्रीमती रोशन जैकब, महानिदेशक स्कूल शिक्षा श्री विजय किरन आनन्द, जिलाधिकारी लखनऊ श्री सूर्यपाल गंगवार, कैप्टन मनोज कुमार पाण्डेय यू0पी0 सैनिक स्कूल के प्रधानाचार्य कर्नल राजेश राघव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण, विद्यार्थी, शिक्षकगण एवं अभिभावक उपस्थित थे।