मसूरी में 3 दिवसीय मिलेट्स सम्मेलन शुरू
मसूरी। पहाड़ों की रानी मसूरी में नेशनल काउंसिल ऑफ स्टेट एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड एवं उत्तराखंड एग्रीकल्चर प्रोडयूज मार्केटिंग बोर्ड के तत्वाधान में तीन दिवसीय राष्ट्रीय मिलेट सम्मेलन क्षमता और अवसर का आयोजन किया गया जिसका शुभारभं प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दीप प्रज्वलित कर किया।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि मिलेटस को पूरे विश्व में दिशा देने वाले राष्ट्र भारत ने अपनी अलग पहचान बनाई है। और प्रधानमंत्री मोदी के प्रस्ताव को यूएनओ ने सहमति देकर 2023 को विश्व मिलेटस वर्ष घोषित किया है जो बड़ी उपलब्धि है।

मसूरी के एक होटल में आयोजित राष्ट्रीय मिलेट सम्मेलन विषय क्षमता और अवसर पर बोलते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि मिलेट्स पूरी दुनिया को दिशा देने वाला राष्ट्र भारत आज विश्व में अपनी अलग पहचान बनाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आहवान पर संयुक्त राष्ट्र ने इस वर्ष को मिलेटस वर्ष घोषित किया है।
इसमें परंपरागत रूप से उग़ने वाले मोटे अनाजों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। जिसे श्री अन्न नाम दिया गया है। इसके लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। व उन्हें आसानी से बाजार उपलब्ध हो रहा है। इसका लाभ पहाड़ी क्षेत्रों में भी देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि पहाड़ में झंगोरा, कोदा सहित अन्य मोटेे अनाज बहुत मात्रा में उत्पादन हो रहा है। जिसे सरकार प्रोत्साहित कर रही है और अब यह श्री अन्न केवल गरीबों का नहीं बल्कि बड़े लोगों का भी आहार बन गया है।
उन्होंने कहा कि यहां पर तीन दिनों तक मंथन किया जायेगा व इससे जो अमृत निकलेगा वह साकार करेगा। प्रदेश सरकार ने भी किसानों को प्रोत्साहित करने का निर्णय लिया है जिससे इसका लाभ किसानों को मिलेगा वहीं यह रोजगार भी प्रदान करेगा। वहीं प्रदेश सरकार मिलेट को हिमाद्री व हिलंास ब्रांड को एकीकृत कर आने वाले यात्रा सीजन में आने वाले यात्रियों को उपलब्ध करायेगा व इसे होटलों में भी परोसा जायेगा।
इस मौके पर प्रदेश के कृषि मंत्री व के राष्ट्रीय कोसांब के अध्यक्ष गणेश जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने मिलेटस की घोषणा अंतराष्ट्रीय मिलेट कांफ्रेस से शुरूआत की थी। इस तीन दिवसीय सम्मेलन में 15 से अधिक राज्यों के मंत्री, प्रतिनिधि, वैज्ञानिक और प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं और इस सम्मेलन में मोटे अनाज को बढ़ावा देने के लिए विचार विमर्श व मंथन किया जाएगा उन्होंने कहा कि आज मोटा अनाज अमीरों की थाली का भोजन बन गया है और इसके सेवन से आदमी निरोग रहता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा मंडुवे का एमएसपी तय कर लिया गया है और इसका समर्थन मंूल्य 35. 78 पैसे रखा गया है।
अब राशन में भी मंडुवा दिया जायेगा, स्कूलों में मिडडे मील में भी झंगोरा दिया जायेगा। मिलेटस स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभ दायक है। इस अवसर पर मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि भारत कृषि प्रधान देश है और 7 प्रतिशत लोग गांव में निवास करते हैं लेकिन कांग्रेस की गलत नीतियों के कारण किसान को उसकी फसल का पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा था व घाटे का व्यवसाय था। लेकिन प्रधानमंत्री के प्रयासों से शुद्ध अनाज आम लोगों के साथ ही दुनिया को भी निर्यात किया जा सकता है। इससे किसानों की आय दुगनी होगी।
कार्यक्रम में देश भर के विभिन्न राज्यों से आये प्रतिनिधि तीन दिनों तक मंथन करेंगे जिसका लाभ आने वाले समय में किसानों को मिलेगा। इस मौके पर भाजपा मसूरी के मंडल अध्यक्ष राकेश रावत, पूर्व मंडल अध्यक्ष व विधायक मंत्री प्रतिनिधिमोहन पेटवाल, पूर्व पालिकाध्यक्ष ओपी उनियाल, महिला मोर्चा अध्यक्ष गीता कुमाई सहित बड़ी संख्या में प्रतिनिधि मौजूद रहे।