मोटो जीपी अव्यवस्था का आलम, अधूरी तैयारी
सूचना विभाग ने किया किनारा , नौसिखिया कंपनी के हाथ आयोजन ।
ग्रेटर नोएडा में 22 से 24 सितंबर तक होने वाली प्रथम मोटो जी पी में अव्यवस्था का आलम फैला हुआ है । डोरना स्पोर्ट्स को भारत में मोटो जी पी की आयोजन के लिए अगले 2029 तक लिए अधिकार मिले है । परंतु उक्त आयोजन को लेकर कहीं भी किसी प्रकार की कोई उत्सुकता नही है ।
डोरना स्पोर्ट्स ने भारत में उक्त रेस के आयोजन के लिए फेयरस्ट्रीट स्पोर्ट्स से करार किया है । परंतु आयोजकों की अव्यवस्था के चलते पूरा इवेंट शुरू होने से पहले ही चर्चा में है ।
उक्त इवेंट के लिए इन्वेस्ट यू पी मे अच्छी खासी राशि दी थी परंतु आयोजकों की तरफ से नोएडा , ग्रेटर नोएडा एवं यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों तक के लिए भी पास की सुविधा समय से नहीं हुई । वही दूसरी तरफ पूरे ग्रेटर नोएडा में भी मोटो जीपी के आयोजन की ब्रांडिंग या हार्डिंग इत्यादि पर भी नही है ।
एक और जहां यह आयोजन उत्तर प्रदेश सरकार की छवि चमकाने के लिए किया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के सूचना विभाग ने इसको लेकर किसी भी प्रकार के कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है ।
वहीं इन्वेस्ट यू पी के सीनियर अधिकारी भी आयोजकों से नाराज है की बुद्ध सर्किट में इन्वेस्ट यूपी की ब्रांडिंग नहीं है ना ही किसी प्रकार के बैनर लगाए गए । जबकि इन्वेस्ट यूपी मोटो जीपी के मुख्य आयोजकों में से एक है ।बुद्ध सर्किट में चारों तरफ इंडियन ऑयल के ही बोर्ड लगे हुए है । आयोजकों द्वारा किसी प्रकार की कोई प्रेस कांफ्रेंस नहीं की गई ।बताया गया की फेयरस्ट्रिट स्पोर्ट्स द्वारा सभी प्रकार के टिकट बुक माय शो पर डाल दिए गए ।
जानकारी के अनुसार फेयर स्ट्रीट स्पोर्ट्स कंपनी को 1 साल पुरानी है एवं इसको इस तरह के इंटरनेशनल इवेंट कराने का किसी प्रकार का अनुभव नहीं है ।पिछली बार बुद्ध सर्किट में फॉर्मूला 1 रेस आयोजित हुई थी एवं बीच बीच में भी कई तरह के इवेंट आयोजित हुए है परंतु पहले कभी भी इस प्रकार की अव्यवस्था नहीं देखी गई ।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मोटो जी पी प्रदेश एवं सरकार की इमेज चमकाने के लिए किया गया था परंतु मोटो जी पी की सही तैयारी एवं मकसद न पता होने की वजह से आम जनता की नजर में यह पूरा आयोजन जनता के पैसे की बरबादी होता ज्यादा नज़र आ रहा है । जिसकी वजह से इस आयोजन के कारण सरकार की छवि चमकने की बजाए धूमिल होने के ज्यादा आसार है ।
इस बारे में जब फेयरस्ट्रीट स्पोर्ट मुख्य के अधिकारी पुष्कर नाथ श्रीवास्तव एवं उनकी टीम से जानकारी लेने की कोशिश की तो उनके द्वारा किसी प्रकार से अपना कोई पक्ष नहीं रखा गया ।