मुख्यमंत्री ने गोरखपुर में किया स्वर्ण जयंती द्वार का लोकार्पण
फार्मेसी एवं नर्सिंग कॉलेज के लिए 100 कमरों के बहुमंजिला डबल सीटेड ब्वॉयज छात्रावास का शिलान्यास , स्वास्थ्य की रक्षा सरकार की प्राथमिकता
लखनऊ: 05 नवम्बर, 2022 उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने जनपद गोरखपुर में बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज के स्वर्ण जयंती समारोह के अवसर पर स्वर्ण जयंती द्वार का लोकार्पण तथा फार्मेसी एवं नर्सिंग कॉलेज के लिए 100 कमरों के बहुमंजिला डबल सीटेड ब्वॉयज छात्रावास का शिलान्यास किया।
उन्होंने एक स्मारिका का विमोचन भी किया और बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज के प्रथम बैच के चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुरातन छात्रों को सम्मानित किया समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्वास्थ्य की रक्षा सरकार की प्राथमिकता है। इसके लिए सरकार बेहतरीन हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर दे रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि चिकित्सा शिक्षा के छात्र लैब और लाईब्रेरी तक ही सीमित न रहें। ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर बीमारी का कारण पता करें, रिसर्च पेपर तैयार करें। पास आउट डॉक्टर्स अपने अनुभव के आधार पर रिसर्च पेपर बनाएं। राज्य सरकार उनके अनुभवों और सुझावों को देखेगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हम सब ने सदी की महामारी कोरोना का देखा है। संवेदनशील व्यवहार व समय पर लिए गए निर्णय के दम पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत ने पूरी दुनिया के सामने कोरोना प्रबन्धन का शानदार मॉडल प्रस्तुत किया है। अमेरिका और यूरोप भले ही हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर में बहुत आगे हो, लेकिन कोरोना प्रबन्धन में भारत उनसे बहुत आगे रहा है।
अमेरिका की आबादी भारत की आबादी की एक चौथाई है, लेकिन वहां कोरोना से दोगुनी मौतें हुई। देश की 135 करोड़ आबादी प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में कोरोना की आहट के साथ ही तैयार थी। प्रधानमंत्री जी ने न केवल कोरोना के मुफ्त उपचार, जांच व वैक्सीन की व्यवस्था की, बल्कि महामारी के साइड इफेक्ट भुखमरी से भी देश को बचाया। 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन पूरी दुनिया में सिर्फ भारत में ही दिया गया। उन्होंने कोरोना के उपचार व रोकथाम के लिए बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज के डेडीकेटेड कोविड हॉस्पिटल की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि टीमवर्क से बड़ी से बड़ी महामारी को हराया जा सकता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज को लेकर किए गए अपने संघर्ष को यादकर करते हुये कहा कि विगत 30 वर्षों से वह इस मेडिकल कॉलेज से जुड़े हैं। इसकी दुर्दशा को अपनी आंखों से देखा है। बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज ने लंबे अर्से तक उपेक्षा का दंश झेला है। इसके अस्तित्व पर ही संकट था। अगर पहिए होते तो यह मेडिकल कॉलेज कहीं और शिफ्ट हो गया होता। अब हालात बदल चुके हैं और बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज चिकित्सा और चिकित्सा शिक्षा के बेहतरीन केंद्र के रूप में उभरा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा गोरखपुर छोटा शहर था। आवागमन की सुविधा बहुत खराब थी। ट्रेनों की संख्या कम थी। एयर कनेक्टिविटी की व्यवस्था नहीं थी। मेडिकल कॉलेज में बेसिक इन्फ्रास्ट्रक्चर व सुविधाओं का अभाव था। इंसेफेलाइटिस वॉर्ड में एक बेड पर चार मरीज पड़े होते थे। जब आज के समय में मेडिकल कॉलेज आने के लिए फोरलेन की सुविधा है। गोरखपुर से सभी प्रमुख शहरों के लिए 14 फ्लाइट से कनेक्टिविटी है। बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज में हर तरह का इंफ्रास्ट्रक्चर है। यहां सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक बन चुका है। इस बदलती तस्वीर से गोरखपुर और बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज को नई पहचान मिल रही है।