यमुना प्राधिकरण में बड़ा भ्रस्टाचार – पार्ट 1

5000 से ज्यादा आवंटी परेशान , नहीं सुन रहे प्राधिकरण के अफसर, बसने से पहले उजड़ा सेक्टर 22 D
गौतमबुद्ध नगर । 07.12.2023 यमुन प्राधिकरण में बड़े भ्रस्टाचार का खेल सामने आया है । यमुना प्राधिकरण द्वारा sector 22D में 29 मीटर के 5000 फ्लैट ड्रा के द्वारा BHS स्कीम 2014 में आवंटित किये गए थे । इसके साथ 54 मीटर व 99 मीटर के बहुमंजिला भवन भी ड्रा के द्वारा कई साल पहले आवंटित किये गए थे ।
उक्त भवनों में प्राधिकरण की लापरवाही के कारण आज तक भी कोई निवास करने नहीं आ पा रहा ।

जिसका मूल कारण है प्राधिकरण द्वारा उक्त भवनों का आज तक निर्माण पूरा नहीं करना । कई हजार फ्लैट में प्राधिकरण द्वारा बिजली पानी की फिटिंग नहीं की गयी है , नाली और सेवर की व्यवस्था बंद पड़ी है , इसके अलावा पूरे सेक्टर में जगली घास और झाडी फैली हुई है । २२ डी के फ्लैट्स के निर्माण में घटिया स्तर के पानी के पाइप , सीवर के टूटे ढक्कन , बिना इस्तेमाल के टूटी हुई सड़के भ्रस्टाचार का जीता जागता उदाहरण है ।

सबसे बड़ी अचम्भे की बात तो यह है की वही सेक्टर के बीचो बीच यमुना प्राधिकरण द्वारा अपना आलिशान कैंप कार्यालय भी बनाया गया है । उसके बावजूद प्राधिकरण के अफसर सिर्फ 20 कदम दूर स्तिथ फ्लैट्स के हालत से नवाफ़िक है ।
सेक्टर २२डी में 5000 फ्लैट में गिनती के 5 परिवार ही रह रहे है जिन्होंने बताया यहाँ पर ना तो किसी प्रकार की सुरक्षा का इंतज़ाम है एवं ना ही किसी प्रकार की परिवहन अथवा अन्य कोई सुविधा है बिजली चली जाती है तो आती नहीं है , चारो तरफ झड़ी और जंगल ऊगा हुआ है ।जिसकी शिकायत कई बार की है परन्तु प्राधिकरण अफसर इसकी सुनवाई नहीं कर रहे है ।

नहीं बस पा रहे परिवार
कई परिवार यहाँ आकर बसना चाहते परन्तु प्राधिकरण के अफसर एक फ्लैट का भौतिक कब्ज़ा देने में 3 महीने से भी ज्यादा समय लगा रहे है। कई फ्लैट्स में बिजली की वायरिंग एवं स्विच ही नहीं लगे है । जिसकी वजह से बिजली का कनेक्शन नहीं मिल पा रहा है । इस सम्बन्ध में जब बिजली प्रबंधक राजवीर से बात करने के कोशिश की गयी तो उनके द्वारा कोई जवाब नहीं दिया गया । उनके कार्यालय पर उनके स्टाफ ने बताया की प्राधिकरण में बिजली की फिटिंग का सामान उपलब्ध ही नहीं है।

सीनियर की नहीं सुन रहे जूनियर अफसर
कई बार आवंटीयो द्वारा अपनी समस्या के बारे में जी एम प्लानिंग से भी बात की गयी तो उनके द्वारा भी कई महीनो से आवंटियों को सिर्फ आस्वाशन ही दिया जा रहा है उनका कहना है की उनके जूनियर उनकी ही नहीं सुनते वे भी मजबूर है ।
यमुना प्राधिकरण के लापरवाह अफसरों की वजह से 5000 परिवार सेक्टर २२ डी नहीं बस पा रहे है ।
आवंटियों ने कहा है निचले स्तर के अधिकारी किसी प्रकार की समस्या की सुनवाई नहीं कर रहे है जल्द ही सभी आवंटी सीईओ से मिलकर अपनी समस्याओ से अवगत कराएँगे ।

सीईओ व मुख्यमंत्री से मिलेंगे आवंटी
आवंटियों ने कहा है निचले स्तर के अधिकारी किसी प्रकार की समस्या की सुनवाई नहीं कर रहे है जल्द ही सभी आवंटी सीईओ से मिलकर अपनी समस्याओ से अवगत कराएँगे । उस पर भी हल नहीं निकला तो सभी आवंटी इक्कठा होकर मुख्यमत्री योगी आदित्यनाथ से समक्ष अपनी समस्या बताएँगे

इसके अतिरिक्त कई बहुमजिला भवन ऐसे जिनका कब्ज़ा नहीं दिया गया है एवं वह पर दिन रात पानी बहता रहता है । जिसके चलते कई मकानों की नींव भी कमजोर हो रही है।।
प्राधिकरण द्वारा लगाए गए शिकायत बोर्ड पर लगे अफसरों को फोन करने पर कोई फोन नहीं उठाता है अगर कोई फोन उठा ले तो वह वहां पर कार्य कर रहे लेबर का मोबाइल नो दे देते है।

प्राधिकरण ने जेवर एयरपोर्ट के नाम पर यह भवन अलॉट कर दिए परन्तु किसी प्रकार का रख रखाव ना होने एवं कार्य पूर्ण ना होने के कारण 5000 से भी ज्यादा आवंटी अपने आप को ठगा महसूस कर रहे है । आवंटियों का कहना है की उनके द्वारा 12 लाख से 50 लाख रुपया इन मकानों के लिए प्राधिकरण को दिया गया था परन्तु आज 10 साल बीत जाने के बाद भी ना तो मकान रहने लायक है एवं ना ही आस पास किसी प्रकार की परिवहन व्यवस्था है । यमुना प्राधिकरण से पास बहुसंख्या में इन फ्लैट को सरेंडर करने की एप्लीकेशन पेंडिंग भी पड़ी हुई है ।